दुष्कर्म की बड़ी वजह सस्ते स्मार्टफोन, मामूली खर्च पर मिल रहा हाई स्पीड डेटा

जयपुर. देश-प्रदेश में बढ़ते दुष्कर्म के मामलाें के पीछे हैरान-परेशान करने वाली हकीकत छिपी है। सस्ते स्मार्टफाेन और मामूली खर्च पर मिल रहे हाईस्पीड इंटरनेट डेटा के कारण ऐसी वारदातें बढ़ी हैं। भास्कर ने आंकड़ाें की पड़ताल की ताे सामने आया कि 82% डेटा पाेर्न वीडियाे देखने में खर्च हाेता है। साइबर एक्सपर्ट राजशेखर राजहरिया बताते हैं कि प्रदेश में 2014 में इंटरनेट यूज 36 लाख जीबी प्रति माह था, जो सस्ते इंटरनेट के कारण 2019 में बढ़कर 8.20 करोड़ जीबी तक पहुंच गया है। हालत यह है कि स्मार्टफोन यूजर हर दिन इंटरनेट पर 1 से 2 जीबी तक खर्च कर रहा है।



दुष्कर्म के आंकड़ाें पर नजर डालें ताे 2014 में दुष्कर्म की 3759 घटनाएं हुई थीं, जाे अक्टूबर 2019 तक बढ़कर 5194 पर पहुंच गईं। आंकड़ाें के अनुसार भारत पाेर्न साइट्स देखने में अमेरिका व इंग्लैंड के बाद तीसरे नंबर पर है। यहां पाेर्न देखने वालाें में 18 से 24 साल के 44% व 24 से 35 के 41% युवा हैं। देश में दुष्कर्म के मामले में यूपी व मप्र के बाद राजस्थान तीसरे नंबर पर है।


प्रदेश में 3.10 कराेड़ स्मार्ट फाेन, 8.20 कराेड़ जीबी डेटा खर्च





सस्ते इंटरनेट से विकृत हो रही मानसिकता
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि जबसे माेबाइल इंटरनेट की उपलब्धता बढ़ी है, पाेर्न साइट्स देखने का प्रचलन बढ़ा है, मानसिकता विकृत हो रही है। दुष्कर्म मामले बढ़े हैं। एेसी घटनाअाें काे राेकने के लिए हमने फांसी का कानून बनाया था।


इंटरनेट हमारी संस्कृति-संस्कारों का सर्वनाश कर रहा


बिजली व जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि इंटरनेट हमारी संस्कृति-संस्कारों का सर्वनाश कर रहा है। बच्चों को मोबाइल दिया ही नहीं जाए। केंद्र काे इंटरनेट पर गलत सामग्री पर रोक लगानी चाहिए। बिना सेंसर किए इंटरनेट पर कोई सामग्री नहीं आए।


मानसिक विकास को रोक देती है पोर्न सामग्री
ईएसआई हॉस्पिटल के मनाेराेग विभागाध्यक्ष डा. अखिलेश जैन के अनुसार जर्नल जामा साइकाइट्री की स्टडी के अनुसार ज्यादा पोर्न देखने वाले लोगों के दिमाग में ग्रे मेटर की मात्रा कम हो जाती है। यानि पोर्न देखने से आपकी बुद्धि पर असर पड़ता है। मानसिक विकास रुकना तय है।